कल अमिताभ बच्चन ने एक टी वी शो में मुसहर
समुदाय के बारे कहा कि उन्हे इस *प्रजाति* का पता
नहीं था . भाई साब , यह मानव प्रजाति (होमो
सेपियन) का ही एक वंचित समूह है . मैं आप की
मानसिकता से आहत हूँ जो ऐसे मानव समूहों को
अपने अवचेतन में आज भी मानव स्वीकार करने को
तैयार नहीं है . हो सकता है यह भी मेरी कोई
इंफीरिओरिटी कोम्प्लेक्स हो ! मकर संक्रांति पर हम
आप सभी उत्तरभारतीयों को शुभकामनाएं !
समुदाय के बारे कहा कि उन्हे इस *प्रजाति* का पता
नहीं था . भाई साब , यह मानव प्रजाति (होमो
सेपियन) का ही एक वंचित समूह है . मैं आप की
मानसिकता से आहत हूँ जो ऐसे मानव समूहों को
अपने अवचेतन में आज भी मानव स्वीकार करने को
तैयार नहीं है . हो सकता है यह भी मेरी कोई
इंफीरिओरिटी कोम्प्लेक्स हो ! मकर संक्रांति पर हम
आप सभी उत्तरभारतीयों को शुभकामनाएं !
मुसहर समुदाय पर सूर्यनाथ ने एक अच्छी कहानी लिखी है । ऐसा संभव है बहुतों को इस समुदाय के बारे में जानकारी न हो या फिर अधकचरा जानकारी हो ।
ReplyDeleteयह तो तय है कि अमिताभ जैसे लोगों को छोटी मोटी चीज़ों के बारे ज़्यादा जानकारी नहीं रहती . मैं सूर्यनाथ जी की कहानी ज़रूर अमिताभ बच्चन तक पहुँचाने का प्रयास करूँगा ताकि वे मुसहरों के बारे और ज़्यादा जान सकें . लेकिन यह क़तई अविश्वसनीय है कि जो प्राणी कौन बनेगा करोड़पति मे भाग लेने आया हो उस की प्रजाति के बारे अमिताभ को जानकारी न हो .वह पेंट् शर्ट पहन कर कार्यक्रम मे आया था . टूटी फूटी अंग्रेज़ी भी बोल रहा था . बिना मदद के सामान्य ज्ञान के कुछ प्रश्नो ( यदि सभी नहीं ) का उत्तर भी दे सकता था. उस ने बताया कि यहाँ से जीती गई रकम वह मुसहरों के उत्थान के लिए स्थापित एक ट्रस्ट को डोनेट करेगा , जहाँ से वह खुद पढ़ा .... कोई भी आम बेवक़ूफ उसे पहली नज़र में होमो सेपियन (मानव) मान सकता था . यह बेहद अद्भुत है कि अमिताभ कुछ संदेह हो रहा था ....
ReplyDeleteयदि अमिताभ को इस जाति के बारे पता न होता तो ज़ाहिर है इस जाति को वो करोड़पति के मंच पर न लाते। मुझे लगता है अजेय भाई आपने अमिताभ का कोट-टाई वाला ही रूप देखा है, अमिताभ के कई रूप हैं, और अमिताभ ने मूसहरों के बारे में जाना तभी तो केबीसी का वो एपिसोड बना और मूसहर जाति के लोगों के बारे में बहुत कुछ जगजाहिर हुआ, और इस एपिसोड से इस जाति का सम्मान और बढ़ेगा।
ReplyDeleteनिरंजन भाई आपके अध्ययन की भी दाद देनी होगी, कि आपको सूर्यनाथ की कहानी याद है। मेरा सलाम
ReplyDeleteयही तो लोचा है बादल भाई , *इस जाति का पता नहीं है* कह देते तो यह क्षम्य था . नही होता है बहुतों को पता . पर अमिताभ तो प्रजाति की बात कर रहे हैं . amitaabh का अपना कार्य क्रम है यह. इसी लिए तो आहत हूँ . कौन बनेगा करोड़पति में मानव प्रजाति के प्राणियों को ही भाग लेने का मौका मिल सकता है . माने, जो वहाँ भाग लेने आया होगा ज़ाहिर है मानव ही होगा . कोई अन्य प्रजाति नहीं . अब अमिताभ जी क्या कहना चाह्ते हैं ? कि उन्हे मानव प्रजाति के बारे पता नहीं है ? यह अद्भुत नहीं लगता आप को ? इतना गधा तो नही है वह . सुना है साईंस गेजुएट है .क्या वह भी देश के अन्य गधों की तरह मुसहर और उस जैसी अन्य जातियों को मानवेतर मानता है ? हमारा देश का इलीट इस मानसिकता से कब छुटकारा पाएगा ? :(
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